नगराम टाइम्स ब्यूरो/वाराणसी : बाराबंकी की बेटी कुमारी वर्तिका वर्मा (27 वर्ष) ने अपनी अद्वितीय सफलता से न केवल अपने परिवार, बल्कि पूरे जिले का मान बढ़ाया है। सेंट एंथोनी कॉलेज, बाराबंकी से हाई स्कूल और श्री साई इंटर कॉलेज से इंटरमीडिएट की शिक्षा प्राप्त करने के बाद वर्तिका ने डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद उन्होंने काशी हिंदू विश्वविद्यालय से परास्नातक किया और जेआरएफ (जूनियर रिसर्च फेलोशिप) परीक्षा में सफलता हासिल की। अपने शोध कार्य के लिए वर्तिका को आईआईटी बीएचयू में पर्यावरण विज्ञान में प्रवेश मिला।

दिनांक 28 अक्टूबर 2024 को काशी हिंदू विश्वविद्यालय में आयोजित एक भव्य समारोह में, केंद्रीय शिक्षा मंत्री माननीय धर्मेंद्र प्रधान जी की गरिमामयी उपस्थिति में आईआईटी बीएचयू के निदेशक श्री अमित पात्रा जी द्वारा वर्तिका को पीएचडी की उपाधि से सम्मानित किया गया। इस विशेष अवसर पर वर्तिका के माता-पिता, श्री डी.के.वर्मा और श्रीमती आशा वर्मा, जो श्री साई इंटर कॉलेज शुक्लाई कैंपस और जैदपुर कैंपस के संस्थापक संचालक हैं, गर्व से भर उठे।

वर्तमान में वर्तिका वर्मा इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम एंड ग्रीन एनर्जी, विशाखापट्टनम में कार्यरत हैं, जहाँ वे देश के पर्यावरण संरक्षण और ऊर्जा क्षेत्र में अपना योगदान दे रही हैं। उनकी इस उत्कृष्ट उपलब्धि से उनके माता-पिता, संपूर्ण विद्यालय परिवार और जिले के लोग अत्यंत गर्वित महसूस कर रहे हैं। वर्तिका ने अपनी मेहनत और लगन से न केवल अपने परिवार बल्कि बाराबंकी का भी नाम रोशन किया है।वर्तिका वर्मा की इस सफलता की कहानी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है, जो यह दर्शाती है कि संकल्प, लगन और कड़ी मेहनत से कोई भी व्यक्ति अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है।

वर्तिका ने चुनौतियों को पार करते हुए उच्च शिक्षा और शोध के क्षेत्र में खुद को साबित किया है।उनके माता-पिता का योगदान और मार्गदर्शन उनकी इस यात्रा में बेहद महत्वपूर्ण रहा है। श्री डी.के. वर्मा और श्रीमती आशा वर्मा, जो स्वयं शिक्षा के क्षेत्र में योगदान दे रहे हैं, ने अपनी बेटी को शिक्षा और संस्कारों के साथ आगे बढ़ाया, जिसका परिणाम आज पूरे जिले के सामने है।
वर्तिका की इस उपलब्धि से बाराबंकी का नाम राष्ट्रीय पटल पर फिर से चमका है। उनके इस सम्मान को देखकर जिले के अन्य युवाओं में भी उच्च शिक्षा और शोध के क्षेत्र में आगे बढ़ने का उत्साह जागृत हुआ है। उनकी यह सफलता न केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि बाराबंकी के उज्ज्वल भविष्य की एक झलक भी है।
बाराबंकी की यह बेटी अब देशभर में एक मिसाल बन गई है, जिसने साबित किया कि अगर इरादे मजबूत हों और माता-पिता का आशीर्वाद साथ हो, तो कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है। वर्तिका वर्मा को इस अद्भुत सफर और सफलता के लिए ढेरों शुभकामनाएं!